जालंधर : LPU के अंदर मेस में काम करने वाले लड़के की मौत, कोरोना के लक्षण

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जालंधर
ब्यूरो रिपोर्ट

जालंधर से बड़ी खबर है की LOVELY PROFESSIONAL UNIVERSITY के अंदर मौजूद मेस में काम करने वाले लड़के की मौत हो गयी है | जानकारी अनुसार, LPU के अंदर मेस में काम करते लड़के सूरज को भेद भरे हालातो में जोहल अस्पताल भर्ती करवाया गया था , जहा डॉक्टरों के अनुसार उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी , जिसके तुरंत बाद ही उसे जालंधर सिविल अस्पताल रेफेर कर दिया गया | मगर सिविल अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया |

जिस तरीके के लक्षण मृतक के लग रहे थे , उसके अनुसार वो कोरोना वायरस संक्रमित हो सकता है , जिसकी अभी पुष्टि डॉक्टरों द्वारा होनी बाकी है | अब जिस प्रकार मामला सामने आया है उससे तो यही लगता है की अब LPU कोरोना वायरस का HOT SPOT बन सकता है अगर यूनिवर्सिटी ने सरकार की मदद नहीं की |

क्या NEXT VIRUS HOT SPOT बनेगा LPU कैंपस , देखे वीडियो

जहाँ देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलो के कारण स्तिथि असमंजस की बनी हुई है की लॉक डाउन के बावजूद मामले बढ़ते जा रहे है , वही इन मामलो से सामने आ रहा है की कही ना कही देश में COVID 19 स्टेज 3 पर पहुंचने की कगार पर है , क्यूंकि कई मामले ऐसे है जिनमे मरीज़ो की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है . ऐसा ही एक मामले पंजाब के फगवाड़ा से आया है जहाँ जालंधर- फगवाड़ा मुख्य मार्ग पर स्तिथ LOVELY PROFESSIONAL UNIVERSITY की छात्रा को कोरोना पॉजिटिव निकला है | आपको बता दे की छात्र महाराष्ट्र से है और यूनिवर्सिटी में फिजियोथेरेपी की छात्र है जो की पिछले दो महीनो से हॉस्टल में ही रह रही थी |

हालांकि , छात्र को सिविल अस्पताल भर्ती करवा दिया गया था , मगर इस दौरान देखने को मिला की किस तरह यूनिवर्सिटी की तरफ से लापरवाही और दादागिरी दिखाई जाती है छात्रा को अस्पताल ले जाने के लिए जो एम्बुलेंस आती है वो भी मिन्नते करती नज़र आती है और करीबन 15 मिनट तक गेट तक नहीं खोला जाता , जबकि एम्बुलेंस के लिए टोल प्लाजा और कोई भी रेड लाइट या बैरिकेड पूरे देश में मान्य नहीं रखता और अगर बात करे उस समय की तो यूनिवर्सिटी के अंदर एक पॉजिटिव केस मौजूद था जिसे की खुद डॉक्टर्स अस्पताल ले जाने वाले थे और इसी लिए एम्बुलेंस बुलाई गई थी . क्या अब जान से प्यारा पैसा और इज़्ज़त हो गयी है यूनिवर्सिटी के लिए ? वरना क्या मतलब था गेट पर एम्बुलेंस को रोके रखना ? अगर फ़ोन यूनिवर्सिटी के अंदर से ही डॉक्टर्स ने किया था तो गेट पर सख्त इंस्ट्रक्शंस होने चाहिए थे की एम्बुलेंस के आते ही गेट खोलना है , मगर ऐसा न करके उल्टा एम्बुलेंस को रोका गया, जो की बेहद शर्मनाक हरकत थी यूनिवर्सिटी की , वो भी आपदा के समय .

ताज़ा मामला सामने आया है की जिस हॉस्टल में छात्रा रह रही थी वह करीब 100 विध्यार्ती और भी रह रहे है जोकि खाने पीने के लिए एक साथ निकलते है | दोस्ती के कारण सोशल डिस्टन्सिंग का ख्याल भी नहीं रहता जिस कारण छात्रा के संपर्क में काफी विध्यार्ती हो सकते है | जानकारी अनुसार , एक और लापरवाही भरा काम LPU प्रबंधन इस समय करता नज़र आ रहा है की प्रशासन को अभी तक वो सूची नहीं सौंपी गई है, जिसमें हॉस्टल में रहते छात्र है और उस छात्रा के संपर्क में कौन कौन रहा है उन सभी के नाम !

मामला इतना गंभीर है की अगर इन सभी छात्रों को अगर क्वारंटाइन नहीं किया गया तो, पंजाब का सबसे बड़ा VIRUS HOTSPOT LPU बन सकता है ? अब ये LPU प्रबंधन के हाथ में है की बच्चो की और हम सभी की जान प्यारी है की पैसा और रुतबा , क्यूंकि अगर वे सरकार का साथ नहीं देते तो इस वायरस को रोकना बहुत मुश्किल हो जाएगा |