दिल्ली आइआइटी के पूर्व छात्र मयंक भांगड़िया परिवार समेत जब कोरोना वायरस संक्रमित हुए तो उन्हें इलाज व मदद मिलने में कठिनाई आई। इसके बाद मयंक ने कोरोना वायरस संक्रमितों व उनके परिजनों के मददगारों के लिए ऐप बना दिया।

 इस ऐप को बनाने वाले मयंक भांगड़िया ने बताया कि वह पिछले माह परिवार पत्नी व बच्चों समेत संक्रमित हुए थे। किसी से मदद लेने बाहर नहीं जा सकते थे। इलाज और मदद में कठिनाई आईं, क्योंकि जान पहचान वाले दूर रहते थे। इंटरनेट मीडिया में भी संक्रमिताें और उनके घर वालों की मदद की अपीलें देखीं, तब विचार आया कि ऐसी व्यवस्था हो, जिसमें नजदीक रहने वाले लोग ही मददगार बन सकें।

इसके साथ ही नजदीक के अस्पताल, जांच सेंटर व दवा की दुकान समेत अन्य सुविधाओं की जानकारी एक ही स्थान पर मिल सकें। इसके लिए उन्होंने क्लोज ऐप बनाया है, जो लोकेशन आधारित है।