CBI ने फार्मर्स कोऑपरेटिव IFFCO के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO यूएस अवस्थी और इंडियन पोटाश लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर परविंदर सिंह गहलोत, उनके बेटे सहित कुछ अन्य लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है.

एजेंसी के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि फर्टिलाइजर के आयात और सब्सिडी क्लेम करने में गड़बड़ी करने की वजह से ये केस दर्ज किए गए हैं. इन अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद CBI ने अवस्थी और गहलोत के दिल्ली, मुंबई और गुड़गांव सहित 12 ठिकानों पर छापेमारी की है.

अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान अवस्थी के घर से 8.80 लाख कैश और गहलोत और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 5.76 करोड़ रुपए की FD मिली है. CBI को गहलोत के घर से 14 बैंक खातों और 19 प्रॉपर्टी के डिटेल मिले हैं. गहलोत की ये प्रॉपर्टी मुंबई, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में है.

महंगे दामों पर फर्टिलाइजर्स आयात करते थे

CBI की तरफ से दायर केस में अवस्थी और गहलोत पर आरोप लगाया गया है कि वे विदेश से महंगे दामों पर फर्टिलाइजर्स आयात करते थे और सरकार से उस पर ज्यादा सब्सिडी लेते थे. इसके साथ ही सप्लायर से इन कंपनियों के अधिकारी अपना कमीशन लेते थे. ये फर्टीलाइजर्स किसानों को वाजिब दाम पर बेचा जाता है और कंपनियों को सरकार की तरफ से सब्सिडी लेती हैं. CBI के प्रवक्ता आरसी जोशी ने एक बयान जारी कर बताया है कि ज्यादा सब्सिडी क्लेम करके सरकार को धोखा देने और किसान इंटरनेशनल ट्रेडिंग FZE के जरिए महंगे भाव पर फर्टिलाइजर्स आयात करने का आरोप है.