पिछले एक साल से मेडिकल होने के बावजूद सेना की लिखित परीक्षा ना होने से नाराज दूरदराज गांव से आए नौजवानों ने आज जालंधर में रामामंडी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया। युवकों का कहना था कि उनका भर्ती के लिए मेडिकल हुए करीब 1 साल हो गया है। उसके बावजूद उन्हें 1 साल से लिखित परीक्षा के लिए तारीख पर तारीख मिल रही है।

आज भी लिखित परीक्षा थी परंतु यह कहकर उन्हें वापस भेज दिया कि कोरोना के चलते परीक्षा स्थगित की जा रही है। पेपर देने आए छात्रों का कहना है कि जब पंजाब पुलिस के आठ लाख नौजवानों के एग्जाम हो सकते हैं, राजनीतिक रैलियां हो सकती हैं तो उनके एग्जाम क्यों नहीं हो सकते।

यदि परीक्षा स्थगित करनी है तो उन्हें एक तारीख क्यों नहीं दी जाती, जबकि वह दूरदराज क्षेत्र से किराया खर्च कर आते हैं। आज नौजवानों ने एकत्रित होकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। मौके पर आए एसीपी रविंदर सिंह, एसपी हरपाल सिंह ने नौजवानों को समझा कर राष्ट्रीय राजमार्ग से धरना उठाकर लिंक रोड करवा दिया ताकि आवाजाही सुचारू हो सके।

धरना प्रदर्शन के चलते दोनों तरफ से वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी। धरना प्रदर्शन के चलते पुलिस ने आर्मी प्रशासन से बात करने के लिए युवकों की अलग-अलग जिले से आए 10 सदस्य टीम गठित की। जो खबर लिखे जाने तक आर्मी से बातचीत करने के लिए रवाना हो चुकी थी।